महोबा : जिले के चिचारा केन्द्र में मूंगफली खरीद में भयंकर भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। सूत्रों के अनुसार, महोबा के एक स्थानीय दालमिल व्यापारी के साथ सांठगांठ कर किसानों से मूंगफली की खरीदारी की जा रही है, जिसमें किसानों को उचित मूल्य से काफी कम दाम पर मूंगफली बेचनें के लिए मजबूर किया जा रहा है।
खबरों के अनुसार, चिचारा खरीद केन्द्र में किसानों से मूंगफली खरीद में 1000 से 1300 रुपये प्रति कुन्तल तक कमीशन लिया जा रहा है, जबकि सरकारी खरीद में इसकी सही कीमत 6800 रुपये प्रति कुन्तल है। इससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त है, क्योंकि उन्हें अपने उत्पाद का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।
कथित मामा कर रहा वसूली
सूत्रों ने बताया बाँदा जनपद के कथित भाजपाई चला रहे है खरीद केन्द्र चिचारा में ठेकेदार ने किसानों वसूली के लिये कथित दो निजी केन्द्र प्रभारी तैनात किए हैं, जो किसानो से कमीशन वसूली कर रहे हैं । मुख्य वसूलीकर्ता कथित मामा बताया गया है । जो कि मीडिया सहित सभी अधिकारियों को मैनेज करने का दावा करता है ।
लाखों रुपये के घोटाले इस मामले में संबंधित अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। अब देखना होगा कि क्या प्रशासन इस भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करेगा या किसानों को इसी प्रकार की लूट के लिए और भी मजबूर होना पड़ेगा।
किसानों ने प्रदेश सरकार के मुखिया योगी आदित्यनाथ जी से इस घोटाले की उच्चस्तरीय यहां तक कि सीबीआई जांच कर मुनाफा खोरों और किसानों के साथ धोखाधड़ी करने के साथ-साथ सरकारी धन को लूटने वाले मूंगफली खरीद केंद्र संचालकों से लेकर इस कार्य में लगे अधिकारियों के विरुद्ध उच्च स्तरीय जांच प्रदेश स्तर से कराने की मांग की है ताकि सरकारी खजाने को लूटे जाने से बचाया जा सके और किसानों के साथ धोखा करने वालों पर कानूनी शिकंजा कसा जा सके।
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